पोरोग सुपा होल दी यह बड़ा जोली कब
जोली कब
अज योतिया रात हो आफरे मुलाकात हो फिर कब तहरा हमरा हो खिना बात हो
सुनो तरो
आज यो कै रात हो आफरे मुलाकात हो फिर कब तहरा हमरा हो खिना बात हो
मामी के मरे जिसे करता निशादेना ही तो तहरे
बानाती सहाजाबे कहाय जान हमरे कलफी काबा
सुनो...
अरे जो हो कुण आरे नटौं की नई की करगे सुनो
परो सोबा होल दी यतना जोली काबा
बोला ना का बोले
जोली काबा
चहाबुता पुछा दिना कमने रहा जाईबु
परेके बामन जदी भयासे बताईबु
अरे कितना बार कहनी हो
एई
घर में न मरजी हमार चली हो
स्वान्गा बाव भाव जी हमार धली हो
तुहे कहला ये कें के चल भी काबा
बाड़ा नातंकी बाज बाड़ी शरी
अडे तहरा नातंकी लगता
कोड़ो सोबा होल दी यतना जोली काबा
हुम कजा नाना
जोल्दी का बाद
वाद अख्सो बाद जोल्दी का बाद
पर पर जोनी धाओ
चाहता नितने जोन तुम्हु चाहो
हमरा चलाष का होई?
सुना लो
ससी लाला सुमित के ख़बर बाते हो
पहारानी यान मरला भर बाते हो
तक चुके बाद
उममी बात पूर्णा औना तैचा अक्छे समसमा शाचिता
उममी बात पूर्णा आंटे क्या सहनें?
शानिमया गारद वेस्तरी गारो,
उममी सिर्फत आख़ासी,
जा 2030 काई।
मिले उसे स्फाराय हो करा हो का वालिये वऽरणितेयलमें
बोलो हाँ तो सोबा होल दी अतना ज़ौल दी कबाई
पड़ो सोबा होल दी अतना ज़ौल दी कबाई
दक्खो माफ कदी हो