परसूराम सरन में ठारी रे, गो सागर से पार करे तो मरजी ठारी रे
परसूराम सरन में ठारी रे, गो सागर से पार करे तो मरजी ठारी रे
एक आसरो थारे नाम को पकड़े हो मैं बंडारे
एक आसरो थारे नाम को पकड़े हो मैं बंडारी
बोसागर भवरा में अच्छी अद्वित नहीं आमारी
बोसागर से पार करे तो मर्जी खारी
पर्सुराम सरन में खारी
बोसागर से पार करे तो मर्जी खारी
आवे जातरी दूर दूर सुखारे बेट चड़ावे
मन चीत्या का रजवेवा का मनी चाफल पावे
मन चीत्या का रजवेवा का मनी चाफल पावे
दर्शन कर कर के बलिभारी रे
बोसागर से पार करे तो मरजी थारी रे
बोसागर से पार करे तो मरजी थारी रे
मन्दिर बनियों सिवशंकर को जजापरु पे धाम
मन्दिर बनियों सिवशंकर को जजापरु पे धाम
मन्दिर बनियों सिवशंकर को जजापरु पे धाम
आजु बाजु बनी सराया असो टंच है काम चोक लो माने काज तुमारी रे बोसागर से पार करो तो मरजी थारी रे
उदावर मजमगराम आई परसुराम सिरमोड
दर्सन खातिर आवे वांके दूर दूर सुदोड
जाता बिग्डा काम सिदारी रे बोसागर से पार करो तो मरजी थारी रे
परसुराम सरण में थारी रे बोसागर से पार करो तो मरजी थारी रे
ये साथी पूनम को मेलों दे क्या ही बन आवे
ये साथी पूनम को मेलों दे क्या ही बन आवे
दूर दूर सू बना जातरी मेला माही आवे
भक्त योदा अरज गुजारी रे
भौ सागर से पार करो तो मर्जी धारी रे
पर सू राम सरन में धारी रे
भौ सागर से पार करो तो मर्जी धारी रे
पर सू राम सरन में धारी रे
भौ सागर से पार करो तो मर्जी धारी रे