जीजा होले में जुछचछन आवतरा
हलि विदिया के रंग तू लगावतरा
ए जीजा सुनो तरा
जीजा होले में जुछछछन आवतरा
हलि विदिया के रंग तू लगावतरा
असो होली विदिया गेर सुथा हमारो
पाराफारी डालवसली
रंग के फुआर हो
पाराफारी डालवसली
जबन विदिया में मजा तू पावेला
कान हमरा में पाइगा
रंग से भरल पीछी कारी जोबानमें कब हमरा सरकाईगा
हर है to
अब बोला ना हमसे बरदास जीजा बोलीने
लेके रंग्वा गुलाले मल्ग भीतर छोली मे
अब बोला ना हमसे बरदास जीजा बोलीने
लेके रंग्वा गुलाले मल्ग भीतर छोली मे
अम्रासाने अईले साफीन संदात्रं सुरेंदर लगई है तू हटी लगातार
दिनेश जैसे मान कारे तू लगाला लाहंगतार हो
पाराफारी दाला वसली राँगत्या पुर्वारि हो
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật