गल सनतु यार मला
सजवन के हल तुडई से
मता दर हो नेरे जनबर पू
वरा कनधया लाल खडाई से
एक आच निशानी नाड एंडी
हमे जितनी देर कलई से
पिछाया खिसन लिपी तव मुझे
सप पणी लची दहगी आहे
हो गया लाया हले
वयो तर जिसनु इरहगी आहे
पर नवनी तू चन मही
सप पणी लची दहगी आहे
पर नवनी तू चन मही
कहि जाते यार सलाम जी आहे
पर जगनु पर धली आहे
पर गमे खार दिखा महईली बचय
अर शहर जमहईली खर याया
नवनी लबजा यार नवनी बचदा
अने तबी हुचनदी नगनीदा वयद जार वयद महईली बचय
यो तबला नही वजना
ओ पनके खलईचा वयतारी भोलेदा लईचडीन
अखना ची कजला पहने तु मालो पहने
जी गाली न करी के दुभने महई
कारे न महई तु चने महै
किया पिन ललले दुभने महै
कारे न महै तु चने महै
अखि अखय जिपा के नार न आखी
अखय जिपा के नार न आखी
एक कयदे महई दे प्यार दा जानिया
एक परगय आखय दुभे रुल वरसम
चमि जाज मजा कोई देख गिने
ओ ना चरि जय आखय दुभे रुल वरसम
यो बरि ते भूर ओसि
ओ लयत वजा मयल ओना
मयल ओसा रुल आवि दरु ओसि
नहि दू कलओ मदर उरो तुखय लै
नहि दू कलो मदर उरो तुखय लै
नि विले किली कै दाली मही
सवरि दमनी दू जान मही
सवरि दमनी दू जान मही
सवरि दमनी दू जान मही