आर्खेक्रू!
हरी गट्वी!
हरी गट्वी!
हरी गट्वी!
हरी गट्वी!
सिता मार दी चाल ऐसा है मेरी चाल बेखभर
लागिया से दूपटा भी करन फरफर
मेरी चाली कद ना होशियारी
गट्वी!
मानी छल क्या मैं भीज़ गई सारी
गट्वी!
हो पानी छल क्या मैं भीज़ गई सारी
जो बन का हो रासे फूटन ने बमसा
हस के लिखड जासे कर ले रहमसा
जो बन का हो रासे फूटन ने बमसा
जोल किण ले बेशक नयारी नयारी गजबी
पड़ी छल क्या मैं बीज गई सारी गजबी
परलाद फागना रुका पड़ गया ठाड़ी पाल मैं
नवीन विशूप पोसे मैं कर दू हड़ ताल मैं
तू ने रुकती कसम तैयो डारी गजबी
पड़ी छल क्या मैं बीज गई
सारी गजबी