अम के गाउं भर कहे भाव जाई पानी काने जब कूना पे जाई
कूना पे जाई
सुनाते वरू के भाईया जीव जरी गए हमार
घूमता रे तोहरा गाउं में अरे आसिक हजार
सुनाते वरू के भाईया जीव जरी गए हमार
घूमता रे तोहरा गाउं में अरे आसिक हजार
अम के गाउं भर कहे भाव जाई जब पानी काने जब कूना जाई
अम के गाउं भर कहे भाव जाई
भव जाई जब पानी काड़े कुणा जाई
हमके गाउं भर कहे भव जाई
पानी काड़े जब कुणा पे जाई
कुणा पे जाई
कुणा पे जाई
हो बनिया के छुकरवा
कहे पनिया सियादा
एमी सिराइन पियसिया बुझादा
बनिया के छुकरवा कहे पनिया सियादा
एमी सिराइन पियसिया बुझादा
अजुरि रोपे खड़ा मुसिगाई
पानी काड़े जब कुणा पे जाई
हमके गाउं भर कहे भव जाई
पानी काड़े जब कुणा पे जाई हमके गाउ भर कहे भव जाई
पानी काड़े जब कुणा पे जाई हमके गाउ भर कहे भव जाई
पानी काड़े जब कुणा पे जाई कुणा पे जाई
हम लाज के मारे कुछ बोले ही ना पवली कई वेरी काही के हम सबके पियावली
हम सबके पियावली
हम तलाज के मारे कुछ बोले ही ना पवली कई वेरी काही के हम सबके पियावली
रही जाई दिनिकना
हम संको चाई पनिया काड़े कुणा पे जाई
हमके गाउ भर कहे भव जाई पानी काड़े जब कुणा पे जाई