दुंगे पतागरी चमचम करती नारी चली पन गट पे
साजन मटका तोटू वैये रै तिरी नार कड़ी पन गट पे
साजन मटका तोटू वैये रै तिरी नार कड़ी पन गट पे
रै मोटे मोटे नैन तेरे देखनिया ए पन गट पे
गोरी गुंगट तू ठा जाए ठा जाए रै पन गट पे
काला सूटी यो तेरा टाइट गात बकर रह ले मिले सन
प्रेंडिंग मैं तिरी वेल तला मन मरवावैंगे तेरे भैसन
प्रेंडिंग मैं तिरी वेल तला मन मरवावैंगे तेरे भैसन
प्रेंडिंग मैं तिरी वेल तला मन मरवावैंगे तेरे भैसन
जान सुतु बे इमान से सुका मारे पानी हो
मुही दुमा ठावेगी आंदी जान दी गिरकानी हो
हो गया हो गया हो गया हो गया रसा हो
जले मिर तिर्चे गुंगट पे
साजन मटका तू तू वैये रै तिरे नार खड़ी पन घट पे
सोड़ा करके सिंगार रै तू बरके चली मांग
नवी नरदाना के बैरें मखन साय करकी बांग
तेरी पायल तू छनका जाये पन घट पे
हो गया हो गया हो गया हो
गुंगट तू ठा जाये रै पन घट पे
किस धाल मने ना देखे मेरे लाग जागी टोप हो
ओड़न पहरन का पिया जी मने पूरा शोक हो
मैं कर दू कर दू
मैं कर दू कर दू रोनक हो पिया इद सारी पन घट पे
साजन मटका तू तू वैले रे तिरी नार कड़ी पन गपे
खोरी दो बलका की मास टेट तू करके यावे बाले
रे मचली की जू फस जागी मचुआरे भैके जाले
रे मचली की जू फस जागी मचुआरे भैके जाले
कमरिया पतली तू मटका ये तू पन गट पे
तोरी गुंगट तू ठा जाए ता जाए रे पन गट पे
मेरे ओधन पहरिन पे पिया क्यूं छोगना तू ठावे से
परिया बर्गा रूप में रहा है गाल में धूमे ठावे से
मैं तो बन कैं, मैं तो बन कैं बटैने से रे छिप जा बुख सट पैं
साजन मटका तू ठूआ ये रहे तिरी नार खड़ी पन घट पैं