पकड़ लो बाहर घुराई नहीं तो डूब जाई।
पकड़ लो बाहर घुराई नहीं तो डूब जाई।
सम्हालो गे नहीं राघर तु काटे छुब ही जाई।
पकड़ लो बाहर घुराई नहीं तो डूब जाई।
पकड़ लो बाहर घुराई नहीं तो डूब जाई।
बाहर घुराई नहीं तो डूब जाएंगे
दगर ये अगम अनजानि, पतिक में उड़ला त्यारी
दगर ये अगम अनजानि, पतिक में उड़ला त्यारी
गगरिये आगमान जानी पतिक मैं मोड आज्यानी जला दो ज्यानती बाती अन्धेरे मितही जाई
पकड लो बाहर घुराई नहीं तो डूब जाएंगे
नहीं है बूधिवे द्याबर माया में डूबे मत्ती चन्चल
नहीं है बूधिवे द्याबर माया में डूबे मत्ती चन्चल
नहीं है बूधिवे द्याबर माया में डूबे मत्ती चन्चल
नहीं है बूधिवे द्याबर माया में डूबे मत्ती चन्चल
दिवि द्याबल मया में डूबि मति चंचल। निहारोगे मेरे अवगुन प्रभूजे योब जाएंगे।
पकड़ लो बाहर भुराई, नहीं तो डूब जाएंगे।
बाहर भुराई, नहीं तो डूब जाएंगे।