तेरे हुस्न पर तारीफ भरी किताब लिख देता
कास तेरी वफा तेरे हुस्न के बराबर होते
वो वो वो
कब हु भ्वांसे न मछरिया भी न बंग्सी में चारा के
कौनो लाई की प्यार ना करी पैसा भी न ताहरा के
कौनो लाई की प्यार ना करी पैसा भी न ताहरा के
कौनो लाई की प्यार ना करी पैसा भी न ताहरा के
पल में बदाल जाली दिल में आग लहरा के
कौनों लई की प्यार ना करी, पैसा भी ना कोहरा के
कौनों लई की प्यार ना करी, पैसा भी ना कोहरा के
बदले लोग मोबाइल के सीमा रोजे रोज हो
वो सही करे ली प्यार ओ यार नाया खोज हो
बदले लोग मोबाइल के सीमारोजे रोजे हो
वो सही करे ली प्यार ओ यार नाया खोज हो
कब भू करिहाना भरोचा दोखा
कब हो करिहा ना भरो जादो खान देदी ही ठारा के
कौनों लैकी प्यार ना करी पैसा भी ना तहरा के
कौनों लैकी प्यार ना करी पैसा भी ना तहरा के
कौनों लैकी पैसा भी ना तहरा के
दिलवा दुखावे वाला करता वे मौज हो
विश्वनु अंकीत प्रेम में पियता रे डोज हो
दिलवा दुखावे वाला करता वे मौज हो
नेतिस नायक मानबतिया पूजा रोग हाई गहरा के
गौउनु लैकी प्यार ना करी पैसा भी न तहरा के
गौउनु लैकी प्यार ना करी पैसा भी न तहरा के
गौउनु लैकी प्यार ना करी पैसा भी न तहरा के
न कह रा के