रोज रोज जान हमरा या बाजो निटोला
गौवा के लाइक और के सोक बड़ी होला
रोज रोज जान हमरा या बाजो निटोला
गौवा के लाइक और के सोक बड़ी होला
मारी के छोलो तपलान हो
कुंचा देव सिदे सुनो समसान हो
बोली जमन हमारा के जान हो
कुंचा देव सिदे सुनो समसान हो
बोली जवन हमारा के जान हो
धेर बाहू बोली मत बना
ताहा राते कुछ होई ताहा मर कहोई
सोचे ता रत्या में नहीं हम सोए
राणा दारे के सोझा बोले कौन बोली
जहां चाहा माचा दे हम खौले बोली
तुट जाली सौबे गुमान हो
पुम चाते बसीदे सुनो समसान हो
बोली जवन हमारा के जान हो
पुम चाते बसीदे सुनो समसान हो
बोली जवन हमारा के जान हो
चंचल सोनू तुरों
शाहा सम्हाल के तहर अपने नाजर बोखूर गांव भोर के
ताने सम्हाल के रहे हाँ कौन कुछ नाउ घाड़ी
हाई यार उन बिहारी के नाहल का मिला
मारे दी ही कावा नक्के खाली तुटा कोँ हो
हो खोना जादा पुरेसान हो
पहुचाते वं सीदे सुना समसान हो
बोली जोमन हमारा के जानो
पहुचाते वं सीदे सुना समसान हो
बोली जोमन हमारा के जानो