– नेताजी, जींद्रबाद -
काआणित देशा हो गयवागह!
झनत आयवा है ¡ओह Wu
देखजील भिहार ढर शाल या� pergiूंड चल
जर जर जर जर जर देखजील भिहार घरूम सिख्तवियोटी
इंति-कामर्ण रेआकाई जी-कचकच के डाइगा-प्रकेड़ playing
यूबा बाड़े परसान निताजी
केहूना देत बाड़े ध्यान निताजी
खलीला माला मा बात लोगा बोले परचारमे
हारे हम जदी अब की आइंगे सरकार में
तो कवे कवे ओयो बनाइंगे बिहार में
जूनता के भोटयारिसे फीरी मेले बजी
साथ कोही सुवीधा कोवन कोवन दे बजी
और इसी के साथ भी डूप फूल गाधारा
ही सिफ तीलो भर सबसे जाधारा
का होगा इन बाते बिचारों में
हम जदी अब कियाइंगे सरकार में
तो कावे कावे ओयो बनाइंगे भीहार में
अच्छा एक बात साफ साफ बताईए
हम जदी कावे की पताईएं राव करेेंगे गोंगोरोमस्त नक kicked
जीता लाँक्या बाद पटना चली इनो जाइब
आवाज जनता के उपर ले उठाई
यूआ में हम रोसी अनबटा बाई
सनो सरा गाम समारे अस जाईबा भाड़ो में
हम जदी अब की आइंगे सरा कार में
तो गाने गाने हो यो खोनेंगे भीहार में