उट उट उट ।।।। बू उट ला ला ला।।।।।।।।।।।।
भीन भर घरावा मेरा हव्य धानीया
कहाँ आसे आई खाईला धनपनीया
भीन भर घरावा मेरा हव्य धानीया
कहाँ आसे आई खाईला धनपनीया
मेह हनी से दूर अपना कबले भहगब
दिन दिन दिन अच्छे गुटाय लगबो
ओठा लाली च็च पीयं मोटा ले लगबो
दिन दिन दिन ओठा लाली चेच पीयं मोटा ले लगबो
ओठा लाली चेच पीयं मोटा ले लगबो
अरे अरे राजा बाज़ा धाईले हो रहा
सटो तो निजो निजो निफ़ाईले हो रहा
लागल जवानी में राणी हो लूती
देत नहीं के ओने ठीके दरवो भी छूटी
आहा ये जहाई फूरती सुघराये लगबो
दिन दिन दिन हंसे गुटाये लगबो
ओठा लाली चेच पीयं मोटा ले लगबो
लाखों में एक राये हाई लगबो
ओठा लाली चेच पीयं मोटा ले लगबो
जाना बाहरा नहां मराणी के लगे
तहरा भी ना रत भी ना भुफी के लगे
प्रिंस प्रिये दरसी के अरजी सरकारा
कौहे ला दिलवा जान बात न तारा
कहा मचाली ऐसे जेज़ाईसे आगडाये लगबो
दिन दिन दिन हंसे गुटाये लगबो
उठा लाली चाचा जान जामोटाये लगबो
लाक्खों में एक राये हाई लगबो
उठा लाली चाचा पीजा मोटाये लगबो