मोरी संभिनहो मोरी संभिनहो मोरी संभिनरोट न जाई हालगे त वाई हाअख्यां मिलाई हाअगल बगल के लोग न देखछोरी छोरी आई हाछोरी छोरी आई हाहो मोरी संभिनहो मोरी संभिनरोट न जाई हालगे त वाई हाअख्यां मिलाई हाअगल बगल के लोग न देखछोरी छोरी आई हाछोरी छोरी आई हाआई चिनरी तू रहर केत में काजो जालकेला खिरा और मुरईया काहे खालकाहे बलाई लुच चिनरी हम के जवाब दाइतना क्या फसाई बू संभिन हम के जवाब दाकाहे लजालू, काहे लजालूपास में आके संभिन मोरी अख्यां मो सेतू तो लड़ाई हारोट न जाई हातू लगे तू आई हाआख्यां मिलाई हाअगल पगल के लोग न देखेचोरी चोरी आई हाचोरी चोरी आई हासंभिन छनरी बढ़ी छबिलीबढ़ी चबिलीबढ़ी रसिली, बढ़ी कट><िली, बढ़ी कट>< cantidadआपन जवाबनिया के हमके छनरी दान दाहमरा के सोंदे खातिर आपन दालाऊन दाकाहे लजालू, काहे लजालूपारा पारी सबके छनरी मन बाकेआस तो मिटाई हाँ, आस तो मिटाई हाँरूठ न जाई हाँ, लगे तो आई हाँअखियां मिलाई हाँ, अगल पगल के लोग न देखेंचोरी चोरी आई हाँ, चोरी चोरी आई हाँ