पड़े कोहरात कापे बदनवान हो जन मिले के कौरेला मनवान होजन गोनो पहनवा तू कौरा गोरी अपना लाबर के जन तरी साबा गोरीओड़ी के साल मिले आबा गोरी अपना लाबर के जन तरी साबा गोरीरात बर कापे बदना बिन तहारा गम न कौरेला ही तर आहारासबके ते ही आते ते करमाबा गोरी अपने लाबर के जन तरी साबा गोरीगैसे अकेले सित लहरी कटाई तो ही तबाड़ो मोरी जाड़ के रजाईना चीतें तरी जाके भरमाबा गोरी अपने लाबर के जन तरी साबा गोरीओरी के साल मिले आबा गोरी