क्या कहो तेरे बिन दिन गुजरता नहीं
देखो मैं तुझे को जितना मन्ये भरता नहीं
क्या कहो तेरे बिन दिन गुजरता नहीं
देखो मैं तुझे को जितना मन्ये भरता नहीं
तेरे सिवा मेरे इस दिल में
कोई उतरता नहीं
ओ साथिया
ना ना सुनाओ रनमें तुम लोग जानें हो जीवन के हर चेन हंसय तरक हो ठीक है
हैं हेलो खर्म जी तर हम
अ
कि
तुम बिन जब श्रिंगार करूँ मन, तल ये सवर्ता नहीं
ओ साथिया, ओ साथिया
तनहाई में चलती जाओ, एक पल ना तुझको जब पाओ
लगता है सोना जाओ
लगता है सोना जाओ
जहाँ एक जलक देखो ना तुझको, रूप ये निखरता नहीं
ओ साथिया, ओ साथिया