ओ साइनात ओ साइनातओ साइनात ओ साइनातपाऊं तेरे धरू मैं भी नये करूमाने लो साइबाबा मेरी बाजओ साइनात ओ साइनातपाणी से आपने दीपु जलाएजीवन का अन्धकार मिटाएछोट लगे तो बैद बन जाके होकस्त तन मन का आप ही मिटाते होलागा तुमसे लगम मन हो गया मगमकर दोना गया की बरसातओ साइनात ओ साइनातओ साइनात ओ साइनातजिस जिसने तेरा नाम लिया हैउसके सरपे आपने हाथ रख दिया हैनाम कायमृत जिसने किया हैअपना जिवान खुस हाल वो किया हैसबका मालिक है तूइस जिसने तेरा नाम लिया हैदादाता है तू तरसु करने को एक मुलखात।ओ साइनात, ओ साइनात, ओ साइनात, ओ साइनात।