चिहुटनलाई जिन्दाबादजिन्दाबाद जिन्दाबादचिहुटन मुखिया जिन्दाबादजिन्दाबाद जिन्दाबादपोतल चाफ जिन्दाबादजिन्दाबाद जिन्दाबादहमारा मुखिया कैसा होचिहुटनलाई जैसा होहम चिहुटन मुखिया पुरा जनता जनाधनों के प्रणाम करतानीआय अपिल करतानी कि अभीर के चिना में रहुआ सभे हमरे के बोत दीहीअरे रे रे ये मुखिया जी अब कि बार फिरी में बोत ना मिलीकाहे इसे कहतानी अखिर हमारा में कॉमी कॉमान बाहाथ जोड़ी जन ताके जाल में फ़साईबा, जीता लाके बाद फेरू मिलना ही आईबाहमनी के अब किही बदला ली रहदा, फिरी में ना सपोर्ट मिलीहरे ये मुखिया जी, जीता लाके बाद रहुरे लो के न कमाई के वा हमनी के का मिलीनोट देबा तो भोट मिली, ना तो दिला वाप चोट मिलीजीता लाके बाद फेरू मिली, ना तो दिला वा हमनी के का मिलीमुखिया जी, अपनी जनता ना बक्सीजे भी जीते हैं, अपने लूटे, जनता के होक छीने लामुखिया बनते, चड़ेला गरमी, बादु में के हु के न छीने लाघरे घरे रूपिया, बट बट ताहरा, नीमा में रीपोट मिलीअरे ये बाबू हम समाज से विहाई, हम समाज काते जीहिलेहरे सारा मुखिया लो तैहे कहला, बकी जीतला के बाद के पूछेलानोट देबा तो वोट मिली, ना तो दिला वा पचोट मिलीअरे ये बाबू हम समाज से विहाई, हम समाज के बाद के पूछेलानोट देबा तो वोट मिली, ना तो दिला वाबू हम समाज के पूछेलानोट देबा तो वोट मिली, ना तो दिला वाबू हम समाज के पूछेलानोट देबा तो वोट मिली, ना तो दिला वाबू हम समाज के पूछेलानोट लियाई, तो वोट जरूर दियाई