मनो बुद्धी अहंकार चितानी नाहम न चःषोत्र जिह्मे न चक्रान नेत्रेन चह्योम भूमीर न तेजो न वायु चिदानन्द रूपा शिवोहं शिवोहंन चह्रान संग्यो न वैफंच वायुन वासप्त धात्रेन तेजो न तेजो न तेजो न तेजो न तेजोन तेजो स्थित आदितन तेजो स्थित आदित translatedना ना sixदुगी रैक्वाक शित वागने मेंन पूछने के साथशित वोहं शिवोहंना में त्रेश रागों ना में रोभ मोहों ना में वैवै मधो नैव मत सर्य भावःना ना47 न मुख्य चिद आनुम रूप कि शेहर का स्व ziemlich चिदानंद रूप शिवोहं शिवोहंन न न नना सोख्यम् ना दुख्खम् ना मंत्रों ना तिर्थम् ना वेदा ना यग्ञहाअहं भोजनम् नैव भोज्जम् न भूपता चिदानन्द रूप शिवोहम् शिवोहम्छिदानन्द रूपः शिवोहम् शिवोहम्ना मैं बृत्यु शंका ना मैं जाति भेदाः पितानैव मेनैव मातान जन्माःन बंधुर्ण मिप्तृ जयरवेपितिचेरणा रुंधरै है तातनि आमितृगुरुर नईव शिष्या चिदानन्द रूपा शिरोहं शिरोहंअहम निरविकल्पो निराकाय रूपोविपूत वाच सर्वत् र सर्वेद्रियानमनचसं कतं नईव उप्तिर्णमियह चिदानन्द रूपा शिरोहं शिरोहंचिदानन्द रूपा शिरोहं शिरोहंचिता नन्दरूपा शिरोहं शिरोहं