खुद को तेरी यादों का गुलाम कर दिया, तेरे खातिर खुद को बदनाम कर दिया
खुद को तेरी यादों का गुलाम कर दिया, तेरे खातिर खुद को बदनाम कर दिया
और क्या सब सभूत दू अपनी मौपत का, मेरे पास एक दिल सभूत भी तेरे नाम कर दिया
नीदे आते नहीं, रात जाते नहीं, पलवटों का रहा सिलसिला रात बर
नीदे आते नहीं, रात जाते नहीं,
पलवटों का रहा सिलसिला रात बर
नीदे आते नहीं, रात जाते नहीं, पलवटों का रहा सिलसिला रात बर
का रहा सिलसिना रात भर
वपाओं के बदले मिला क्या मुझे
यूँ ही तनहा गुझरता है शामो सहर
तू नहीं है मेरा फिर भी आदे
जाने क्यों दिल से जाती नहीं है
भूल पाता नहीं हूँ मैं मेरी
क्या तुम्हें आद आती नहीं है
भूल पाता नहीं हूँ मैं मेरी
क्या तुझें आद आती नहीं है
जिस तरह तू भुलाती थी मुझे को
दूसरे को भुलाती नहीं है
जी रहा हूँ यहाँ मैं तिरे नाम से
और तुझे को रहा कुछ सिकर ही था
ये बता दे तेरे कान में क्या, मेरी जिसके भी जाती नहीं है
मुझको असको से इतना भी गोया, क्या तुझे सर में आती नहीं है
गूल पाता नहीं हूँ मेरी, क्या तुझे आती नहीं है
क्या तुझे आती नहीं है
है तारे दोखा मिले चाहे मौका ना दिल को लगा ना कभी
गोरी हसीनों से इमा जमीनों से दोखा ना खाणा कभी
है तारे दोखा मिले चाहे मौका ना दिल को लगा ना कभी
गूरी हसीनों से इमा जमीनों से दोखा ना खाणा कभी
वो पास आया ने ना मिलाये ना तुम पास जाना कभी
उनका हिसास है जाने क्यूं वो
अपना छेहरा दिखाते नहीं है
क्या वो पहले की तरहा नहीं तू
मेरी सपने सजाती नहीं है
भूल पाता नहीं हूँ मेरी
क्या तुझे आद आती नहीं है