सुन सक्खी माथे धल जिजियाके, सुन सक्खी माथे धल जिजियाके, सुन होबे मेले ले चल निधियाके
निधियाके, अरे या सक्खी बवित वानित वा कवित वा सुनित वा चाल, अरे जिजिया वाले के मुख्याजी के दुयारा पचाल
सुन सक्खी माथे धर जिजियाके, सुन होबे मेले ले चल निधियाके, चढ़गर्डा साहरा बारो दिबियाके, सुन होबे मेले ले चल निधियाके
अरे चलो सन अरे मुख्या जिके दुएरा परून का बतो हिया सेमि भाटो लिया चाउरु माँगा जाई चल चल सा जिजिया गाले
अरे या या सुन्बे दिना खाले मिसा लेबो ना चलगो साथे बुजिया तो अरे मिसा ना देवो
चल डारे चन्दनजी गे घरे माघल आई धे रकले मरेगे मुचावओ गे जिजिया गे अपना सुना माथे पनो चाई हो डाईनी के बेटा बाके खुबे गडि याई हो
जिजिया के अपना सुना माथे बना चाई हा
डोईनी के बेटा बाके खुबे गड़ी आई हा
रिधिया रे लेले साथे दिदिया के
संहवे मे लेले चला निधिया के
जड़ा गल्दा साहरा बारा डिबिया के
संहवे मे लेले चला निधिया के
जड़ा गल्दा साहरा बारा डिबिया के
जड़ा गल्दा साहरा डिबिया के
रोनिया के डोलियाते देरे देना हाथे
रोनिया के डोलियाते देरे देना हाथे
रोनिया के डोलियाते देरे देना हाथे
गावा सुना की ता खुबे जिजियाके, संघावे मेलेले चला निधियाके, चड़ा गैल्डा साहरा बारो डिबियाके, संघावे मेलेले चला निधियाके।
ए, ए सक्ही, आ चला ना दा सिनिमा डिश्टर कम्पनी के मालिक होंगे, उनको से भागले वाले 10-20 रुपईया, आ ये निपिना के अंगारा दिलिप जीके घोरे, उनको से माँगा लाई पईसा, चल सब।
ए, अरे, अरनिया चला रे, फलावा चाचाके घोरे, उनकान वाई की पोतो हियासे माँगा लाई, आ कहा लाई की झिजिया दिबाईं तो परसादी देने।
प्रेमिरैं बाबुजीसे घितलिखवा के, अनमो लाई अमरे साथे संघ मे घावा के।
ए, गाउन रे झिजिया व क्या गिलित प्रेमिरैं बाबुजीसे घितलिखवा के, अनमो लाई अमरे साथे संघ मे घावा के, नचो कैसणमाते धोते झिजिया के।
सुन्ने सक्ही माते धलो झीजियाके
सुन्ने सक्ही माते धलो झीजियाके
संभवे मेले लेचलो नीदियाके
सुना सक्थी माथे धला जीजियाके, संहवे मेलेले चला निधियाके
चड़ा गैल्डा सहरा बारा डिबियाके, संहवे मेलेले चला निधियाके