अरे मोरे ससुरे में कही ओ जाई, कही नई हरुबा में आगी लगी
अरे आगी लगी मेरो सब घर जरी गाओ, दिल में बड़ो अंबेस
आगी लगी मेरो सब घर जरी गाओ, दिल में बड़ो अंबेस
आगी लगी मेरो सब घर जरी गाओ, दिल में बड़ो अंबेस
मेरो सब घर जरी गाओ, दिल में बड़ो अंबेस
अब तीर पड़ोसी सब ही जर गए बागे बचो न एक नए अर्वा में
हरे हरे नए अर्वा में आगी लगी जी मेरे ससुरे में कई ओ जाए
नए अर्वा में आगी लगी जी मेरे ससुरे में कई ओ जाए
नए अर्वा में हरे हरे नए अर्वा में आगी लगी
नए अर्वा में हरे हरे नए अर्वा में आगी लगी
आगे कहेते हैं मातमा कभीर दाशी
आगे कहेते हैं मातमा कभीर दाशी
कैसी आगे लगी वो
तीनी कोट पच महिला जरी गए बस्ती जरी अनेच
आरे जनम जनम की जरी ग्रहस्ती जरी गई करम की रेख
नए हरवा में आगी लगी जी मेरे ससुरे में
कही ओ जाए नहरवा में आगी लगी
मेरे ससोरे में कही ओ जाए नहरवा में आगी लगी
मेरे ससुरे में कई ओ जाए नहरवा में आगी लगे
सिना भी जर गए जरें साथ भी पेटी ओ भाई बेहन भोजाई जर गए रहा गई थना अकेली
नहरवा में अबादेटसी नहरवा में आगी लगी मेरे ससुरे में कई ओ जाए
मे आगी लगी मेरे ससुरे में कई ओ जाए
नहरवा бр
अगे अंतिम पंती
अब तीनों पंत कड़े धोके में किया नगूर संहेत
अब कहत कबीर सुनो भाई साधो
चलो पिया के देश नैय अरवा में
नैय अरवा में आग लगी मेरे ससरे में कही ओ जाए
नैय अरवा में आग लगी मेरे ससरे में कही ओ जाए
नैय अरवा में आग लगी मेरे ससरे में कही ओ जाए
नए हरुबा में आगी लगी, मेरे ससुरे में कई ओ जाए,
नए हरुबा में आगी लगी, मेरे ससुरे में कई ओ जाए,
नए हरुबा में आगी लगी, मेरे ससुरे में कई ओ जाए,