नीद ना
थेरे बेना
नीद ना
थेरे बेना
कैसे वो दर्थे के तू नाया जब पास थी
जब ना आस थी
अब तू सताती है हर पल में
ये खुश्बू तेरी
बूझ दी
एक्यों हसी
अरसू तेरे
नीद ना आये तेरे बेहना
नीद ना आये तेरे बेहना
कैसे वो दर्थे के तू ना जब पर आस थी
अब तू सताती है हर पल में
ये खुश्बू तेरी बूझ दी
एक्यों हसी
अरसू तेरे
दोटा देती वो वाद पर दूच्चा देती
वो बाते मेरी
तेरे लिए ख़टी जागते वो राते मेरी
दोटा देती
वाद पर दूच्चा देती वो बाते मेरी
तेरे लिए ख़टी जागते वो राते मेरी
बोरा दिल वो पलचे सबी वो सासे मेरी
नीद ना आये तेरे बेना
नीद ना आये
तेरे बेना
दिल गबराए
तेरे बेना
जैना दिल बेना
तेरे बेना दिल गबराए तेरे बेना जैना