रोहे तरो जे का टोत रोही चाने
ए भवजी अब ताय अकेले हम बाने
रोहे तरो जे का टोत रोही चाने
ए भवजी अब ताय अकेले हम बाने
तो सचे भवजी हो तो हर कहल भाई
उता दो सरां के कोरंगे चौल गई
नया साल वे माल भी बदल गई
लगी
तदो सारा के खोड़ा मैं चल गई, नया सारे मैं माल भी बदार गई
धोना वे पकहत रहे बाबू सोना डियार, तोड़ दिलस पिलवा आवते निवियार
बड़ा हमरा पव अत्याचार ख़इला, हमरा जिनगी में उताया नहर कोईला
साचे भव जी हो तो हर कहाल भईल, उतदो सारा के खोड़ा मैं चल गई, नया सारे मैं माल भी बदार गई
उतदो सारा के खोड़ा मैं चल गई, नया सारे मैं माल भी बदार गई
में माल भी बदाले भाई
सामे रहे पाटी करके पलान हो
देके धोखा चौल गोई जान हो
असिस प्रियां सुखा की उतर रहे बिसेश
आकरा बिना कोई से रही है बंटी राके
हमारा सांग है ये भाव जी चौल भाईल
ये भाव जी सुना
उत्तदो सारा
उत्तदो सारा के पूरा में चौल गोईल
जाया बाल में माल बदाल भाईल
उता को सड़ा के खोड़ा मैं चल गई नाया साथ में माल भी बदल गई