ये गोवरत का नय नय सादी भईल बाँ
अच्छा इतको महीना आगे ले बहिया
आओ उनकर जन मरत बाँ
उनके लेके चल जद बाँ खेते गेहून कटाबाई
आओ बेचारी का कर रहे हैं
गेहून
काटत बाँने घुंगट काड के
लगाए के
उनसे कटाब नहीं खे हाँ और पना पती से कहता नहीं है साइयाजी
हमसे ही कुलना वही बाँकी साखी थेल के उठ गये नहीं है
कहाँ जाये बदे गहर है
कुरणाना
बेचारी वो अवरत का नसीबाई खराब बाँ
बेचारी न योरो में ख़टलस, सासूरो में ख़टलती आँ
का बेचारी किस्मत बनाल बाँ
नयिहरों में ख़टली, सासूरों में ख़टली
बतात बदनिया इसे एक बोज़ा ख़टली
कौरस खेत में काटनिया
प्रेम भीया,
नहीं रंजीत भीया,
देखा हो इस सलम नए गाँ में केली बैच चेयो,
बेचारी भी नए ने गाँ वोनो ना आये बाद,
आओ के सलम लेके जाता के एहँ काता है,
अरे साल बर कम सकं बस बचा के देले हो,
बेचारी का कहत थो यो,
उकर दिल पे का को जरत थ
नया बाटे फसल कसल पुरा बोजा,
निरजति वारी दिन भर रहा तारे सोझा,
काता तानी मुस्की चोवनीया हो,
कारस खेत में कातानीया,
गावाने के नाया नाओ हर कानीया हो,
कारस खेत में कातानीया,
आजवीया,
देखा तरह ना,
हाँ, एवीजवीया, तोँ देखला,
हरे का काज़ाव,
सलाई कलियूग, कलियूग,
अग कलियूग ना, कुछ लोग ऐसान होना,
मेरारू को छोड़ा ना चाता,
संगेजाँ यहाँ तालिया किज़ेंया,
चल जी सबसुरो सत्रो भाग जीया,
नाया जी नायो भाग जीया,
चला,
चला देखी चलता,
मरादिके माथा पेई बोजा लगावाली,
बोजा लगावाली, ओ बोजा लगावाली,
थारे खाती काम आजाए ओ जखे बोलावाली,
ओ जखे बोलावाली, ओ जखे बोलावाली,
आय लिंकर छोटा की बहीनिया हो,
करस खेट में कटनिया,
गावाने के नाया नाओ हर कनिया हो,
करस खेट में कटनिया,