हम ता सुनिनाय रभियाके बहिनी पतारी
चाड हेला गल्सी लक भीड कोई लिसन पाउनी है
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
एको ओधे सास बड़ी छल एको ओधे बुला
पीछावे में घीरल जहामा रहे बरतन फुला
आही आही गल्स नाउआ जाउदल बबुनीया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
भी तुत्ति वारी राजबा नैलेको वाछीनिया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया
तो पैसा लोटा ही में घीरल दिया नाउनिया