काउन मन्तर मरले बाडू
अईया केहे मेहरार।
तुतरानी जैसे दिन भर बैठा,
उत घर भर लगावेल जाड।
जनो
से जादा बोडे, बाले लेहा माके,
नाथोनी मेहरार लेवानी आपाना बाला मके,
एको दिग बिन पुछले चालसन साइया,
हो रे पसारा,
लोटावस कमाईया।
भाईया गोड़ा वो दबावेल,
कैसा नाहिल जमाना बावेल।
कोनोन बालात बोडे,
लाजर सरामाके,
नाथोनी मेहरार लेवानी आपाना बाला मके,
पिछासेछासाया दिन भार रहेले,
और प्यार से होंके मॉलिका इनको हेले।
देखी देखी हसेला,
भावजी काहे न तोहरा,
पारबेसनोकेस सेदा, कोरेहले जमाके,
नाथोनी मेहरार लेवानी आपाना बाला मके,