देखी भिया एगो मेहरारू अपना पती देशे कोहता था ये पिया दू लाइका बहुत हवे अब लाइका ना परदा कराकौना भाव में कोहती आ हम गायक सुशील प्रजापकी के आवाज में सुनी कजरी के माध्यम सेअपने देशावा के बाद भी भी कुछ हटावा पिया ना सबंदी करावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी सच में जिया बाज़ा बादीपड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया ना सबंदी करावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया नाभोता भादी पड़ी वादी संस्था के आपनावा पिया ना