ए धनि अरे सुना तरु हो
हाँ
जल्दी हसुआ गतान सरीया दो खेते जाए के बा
ए जी देखा तनी कितना घाम है बा
अभी करे के बा धिरी काम धनिया
नही कराऊ बया भिया रामधनिया
अभी करे के बा धिरी काम धनिया
नही कराऊ भया भिया रामधनिया
सुने
मौदधो पहमढिया नेश्टता पहदिया तु नजा
पनिया जोवनिया रहिता जाँ
नाना ठीक है कवा तायरियो
बात समझओ?
पोतानी देहियो के राखो दियाने पिया अब काता न करी मान दाने पिया
बही अमको सकेलो तू जीना गिरके माजा फिलो नारी
अलके पनिया जोवनिया
रहिता जाँ
खाले हम सत्तु वाय चार हो
हर देहाती है ही हो
अच्छा?
छोड़ो बहुरी के राजागो जमेला
रहो भळही में मुनु वला बेला