अलाख निरंजन
अलाख निरंजन
काओ मता ए मैं
अरे अरे अरे जोगी महराज
अरे तनी कम सीन उमर बा
हाँ हाँ बच्चा बुला
कौने कारण से जोग रमाल हलाय है
महराज
इकोल पुछ के तु का करवा वाबू
नाई महराज बतावा
तुहार उमर देखके बड़ा तरस यावता
कि इतनी कम उमर में
जोग रमाल हलाय करें पिछे कौनो कारण होई
इकल कारण
अली माई के रता नावा अरे माई
पापु के तुलर वार अली माई के रता नावा
अरे माई के रता नावा समय आज कई ले पाल चारण हो राम क्या हो राम आरे
ए बच्चा खुसी-खुसी कोई जोग रमावत ना हर जोगी और हर जोग रमवला के पिछे कौनों ना कौनों कारण हो खेला
नारी के करनावा मा जोगा वारा मावाले और जोगा
नारी के करनावा मा जोगा वारा मावाले और जोगा वारा मावाले हो
उहाँ चली गईली बिसारन हो राम तिला हो अमारा
जब जाए ले ले ले
अवाख निरंजन
ए देवी दरवाजा खोलो देवी
ए बाबू ये जोग के पिछे बड़ी बड़ी कहानी हो
राज बाराज
ला सुना
जवने अचरवा में माई दूधा
वा पियावाले अरे दूधा
जवने अचरवा में माई दूधा
वा पियावालू यारे दूधा
वा पियावालू
उहाँ अचरवा देदा
पार नहो राम जयाओ लाख निरंजन
जयाओ लाख निरंजन
ए माई दरवाजे से ए जोगी के वापस मत भेजा माई
कुछ लिया के देदा आपन आचलदान के दामाई
महुताई तोरे गोधी कैदूला रावा
महुताई तोरे गोधी कैदूला रावा
महुताई तोरे गोधी कैदूला रावा
सुनिले बुहा मारी पुकार नहो राम रमारे
सुनिले बुहा मारी पुकार नहो राम रमारे
सुनिले बुहा मारी पुकार नहो रामारे
जय हो जय हो जय हो
बाबु के दुलर वाई माई के रता नावाई अरे माई के रता नावाई हो
समय आज कैले बाल चारन हो राम या हो राम
यह दुख रहले बाबू
अब हम चलते हैं दुसरा गाउने