दिया दैयाड़ी बैंटदिया दैयाड़ी बैंटआाह आआह आआः आाःइ्तिहास पैगाम देता है सबकोया.है इठिहास पैगाम देता है सबकोहै याबीठी बातों की कहानी बता थाहै यावारत में मानो तलिए सबकुछ है घूलाहैदूबते को तिन का शाहारां बना ताहैराज पात जिसकी उसी की दुहाईहैधरम के ठीके दार वही कहा थाहैमानो तो मानो है सबकुछ पता हैहैए स्तयो ने आखों से पर्दा हटलाegoआ ये दूब्ते को नमसिधा की दूबते ते से अत्पे ठीक हैमान, कि यहां, के या सादची?यह नमसीदा के नमसिधा और अड्ड गता हैहैतुकुछ न हैयह कवाली के टुकडां दिहल गईलम कर ले डीया हैम गर गाने का भाओ दी आ किया हुँहर डालियों केअरे हर डालियों के फूल तो भोरान लिया हैहर डालियों के फूल तो भोरान लियाहैहर डालियों कि फूल तो भोरान appointment दिया हैहर डालियों के फूल तो भोरान लिया हैतो हर डालियों के फूल तो भोरान लिया हैहर डालियों के फूल तो भोरान लिया हैअरे भो़रान लिया हैभो़रान लिया हैअरे भो़रान लिया हैअरे भो़रान लियातो भो़रान लिया हैअब भो़रां को भी अदिकार तो माली ने दीआ हैभो़रां को भी अदिकार तो माली ने दिया हैभो़रान को भी अदिकार तो माली ने दिया हैभो़रां को भी अदिकार तो माली ने दिया हैयहीं से कहानी की शुरुआत हैकि सुनिये सुनाऊं दोस्तों एक अजीब कहानीबावर की बेटी बावरी चड़ी थी जवानीबावर बोला है बात बेटी सुन ले तू मेरीजिसे पसंद कर ले साधी करूं तेरीपिता की बात सुन बेटी जरा मुश्काई हैधीरे धीरे बातों पे गोर को जमाई हैतनी बात समझला भेया कहानी एकडम साप साप समझ में चली आईपंद्रशव चबिश इश्वी में जब बावर अवध के किनारे उस बार आ करके डेरा लगा दियाबावर की चलती थी नतीजा निकला क्या कुछ दिन समय गुज़राबावर के एक लड़की जवना लड़की का नाम बावरी बतावल गईलबावर भाईल का भ्यातनी से बढ़ के दा मास्टरबावुराम के मंदिरा वासे अव निकलल पुझरीया होआ बावरी के पंडित जी से लड़ गई नजरीयाएक दिन सवेरोवें का टाइम बावर का बिटिया बावरीरत पर सवार हो करके बावु अवध घुमने के लिए चल देती हैहुम खुंद के खुंद ऐ जो दिया में हाती हैसवेरोवैं का टाइम बावउसी जो राम का जो मंदिर बना हैराम के मंदिर से आर्तियोगे रखर के पुझा करकेएक पंडित का लड़ जो पुझरी थानिते करम का काम थारात शाम को शुबह में उसी पुझा करता था आर्ति लगाता थासवेरोवैं आर्ति लगा के घर की ओर जात रहलनतब तक बावरी का नजर पड़लबाबावरी दिवाना बन जाती हैअजब दिवाना बन गेल बें वो समय का बात मिलल कातो यहाँ एक लाइन तरज दिहल गईवो है भोजपूरी गीत वाकौन गीत वा मास्टरवो है गीती आका लाइन बाकीकहतु बानीकहतु बाड़ी भारत के जननवारेकहतु बाड़ी भारत के जननवारेशजन वा हमार बड़ा लहरीकहतु बाड़ी भारत के जननवारेशजन वा हमार बड़ा लहरीकहतु बाड़ी भारत के जननवारेशजन वा हमार बड़ा लहरीAaj Bawar Kavi itiya-Bawariसे हो बात कहलेबे, कौं कहलेबेकि कहतु बाड़ी राजा کے बभुनियाँ होकहतु बाड़ी राजा के बभुनियाँ होजवनियां समार चल बभुआका कही बात कुछ कहलो न जालाकहला बिना हम के रहलो न जालाहम के बनाला दूलहिनिया होजवनियां समार चल बभुआजवनियां समार चल बभुआलड कि कहति हे बाबबरि उस लड़का से कि यैलडका मैं तुम से प्रेम करना का चाहती हूं तुम प्रेम करो मुझेआखेर तुम एक लड़का हो मैं एक लड़की हूँमगर बाबु देखें उस सिर्यध stinker大न्त करके तैश मेच करके एक बात बोला हैकि ऐ लड़की मेरी बात चुनोए लड़की मेरी बाद चुनो जुठे क्या तीर चलाती होमिठी पर रहकरके भी तुम सीसे पर फूल उगाती होसीसा तो सिसा होता हैमिठी कभी न हो सकता हैचाहे तू कर दे चूर चूर ये फूल नहीं खिल सकता हैकहले बाके रे पगलीतुम एक मुसल्मान की लड़की बादशा की लड़की होमैं एक पंडित का लड़का हूँआखिर हम लोग हम लोग ये प्रेम कैसे करेंगेलोग बरदाश नहीं करेंगे इस प्रेम कोमगर बाबु देखेंलड़की का बड़ी थेश लगल बादिल परअव लड़की बाबरी कहिले का भेकि सुन करी के लड़की की बादअब सुन करी के लड़का की बादअब सुन करी के लड़का की बादपहुची है कोप भवन मेंकोप भवन में गीर बाबरी करने लगीजिरुदनाआज बाबरी वहीं से बाबु लोड जाती हैआती है अपने अब्बा के दरबार मेंपहले बाद्शाँके दरबार में कोप भवन बना जाता थाकोनों डुख वाली बात हो खट रहेलोग जाक़े ओकर कोप भवन में थादेखें बाबु बाबरी कोप भवन में गीरी हैमगर जब पता चला है बाबर कोबाबर जाता है बाबरी के नज़िकऔर जाके कहलन का यहाँ एक लाइन तर्ज दिहल गईलउहे तर्ज कलाईन बामअक्शर देखा थो बलोग वलियां जीला मेंगोन कला उंडा कुल गावलनका गावलन है भया?उहे गावलन की काली माई होकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारओ जाके ओ जाई देदा सोका के सोखायी देदाओ जाके ओ जाई देदा सोखा के सोखायी देदाकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारकाली माई हो तो नहीं के भहुं आलिलारचलल बाला लानवा हो भावा नवा की ओरिया ये भईयाअसंगवा में बाबरी दुलही निया बे भायाअसंगवा में बाबरी दुलही निया बे भायाधीरे धीरे बाबुआ पहुं चलन हा घारवा ये भईयाधीरे धीरे बाबुआ पहुं चलन हा घारवा ये भईयाअगवा के लोग देखे आंखिया पसारअगवा के लोग देखे आंखिया पसारअदिहले बिरादरी से उनके या लगायाअदिहले बिरादरी से उनके या लगायाअगवा के लोग देखे आंखिया पसारअगवा के लोग देखे आंखिया पसारअगवा के लोग देखे आंखिया पसारऒए बाबर मुस्लीम थरमखराओरा वा ढ� apologise inवही बाबर बाबू किया है क्याज़ियाा है किमत्स कर दोउपर गूबदे वहीमीणार बनगईदूनो प्राणी का इमस्चिद याद गार बनगईबाबर कुछ किया नहीं था बाबूजो राम का मन्दिर है आप लोगकई में पहिसकता ही होगेमात्र तीनVillage बनवआयानीची मन्दिर थाचुकी लढका हिंदू का थाराम का पुजारी था उसकेनाम पर नीचे� COLLEGE निचे मन्दीर कांने ने दियाआज जो की छौउ दिसंबर को घटना हुआ थाछौउ दिसंबर के उसी तीनो गुंबज कोबंग विश्वोट से ध्वस्थ कर दिया गयामगर गाने का यही अंतिम प्रमान थाउसी बावरी के नाम परबाबु बावरी मस्जित तभी से कहलाना शुरू हो गयाआज जो की छौउ दिसंबर को घटना हुआ थाछौउ दिसंबर के उसी तीनो गुंबज कोबंग विश्वोट से ध्वस्थ कर दिया गयामगर गाने का यही अंतिम प्रमान थाउसी बावरी के नाम परमश्जित से तभी कहलाना शुरू हुआ गयाकहना है क्याकी औरे नीचे मंदिर ऊपर घुंबद। नीचे मंदिर ऊपर घुंबदमिनार बन गाईदूनो प्राणी क्यों Chemical School,मश्जितयाद्गार बन गईदूनो प्राणी क्यों Chemical School,मश्जितयाद्गार बन गईदूनो प्राणी क्यों Chemical School,मश्जितयाद्गार बन गईआजी सी मुद्दे को ले कर केहमारे देश में हाहाकार मचाएतो गाने का अयंतिम प्रमाण थायही कहना था क्या कहना थाहाँ जी जैज खाल गुरु जत्दू लोटनलालता श्वर्ग मे डोलेशीरी नराइन मितवासंग मेंघङ्गासात गर बोलेशीरी नराइन मितवासंग मेंघंगासात गर बोलेअरे दुलहिनय हम पंजारी के बनलोदुले गियानी तुनन आसुजन मनला