अले गूलाबी, आरे तन हुका पन लिया उना रे
भोरी के गैलेवा बड़का वुपार
कोज के ले आवाजा इनके बतार
भोरी के गैलेवा बड़का वुपार
कोज के ले आवाजा इनके बतार
ए तन दुखायेली छोडी दार दवाय हा,
दवाय हा,
चल कर वाही दी ओज़ाय हा, ओज़ाय हा
खारी कारा ने भलाय हा, भलाय हा,
मिलके जैवत तु ठीकाय हा, ठीकाय हा
बड़ाली गुज़बाने आन हा,
आन हा, मिलके जैवत तु ठीकाय हा, ठीकाय हा
त्रांद काय छोडी दार दवाय हा,
दवाय हा,
चल कर वाही दी ओज़ाय हा, ओज़ाय हा
अरे कहा कहा के लोग ठीक हो गये
ए रानपूर,
खानपूर,
गोरपूर,
रामपूर,
बिर्चापूर,
गाजीपूर,
हाजीपूर,
भेरापूर के लोग सबे ठीकाय
काय नहीं कि छोडी जाते बेती,
हमारा तांकी नहीं कि किलिया के जाए
तन दुखाय नहीं छोडी दार दवाय हा,
दवाय हा,
चल कर वाही दी ओज़ाय हा,
ओज़ाय हा,
माबा खाली तार नहीं भनाय हा,
भनाय हा,
धी पाय हा, धी पाय हा,
जेके बुधी,
जाए नहीं छोडी दार दवाय हा,
दवाय हा,
चल कर वाही दी ओज़ाय हा,
ओज़ाय हा,
माबा खाली तार नहीं भनाय हा,
भनाय हा,
निल के जैवे तुथी पाय हा, तुथी पाय हा,
ओज़ेवे
ओज़ेवे
खाली काल दीहे मुझचाय, फूल बाबा दीहे खिलाय,
दिल्ली आबाम दे के लगवा भी फिकाय,
पाबा पेरंदनात के गोड़ गाय,
ठीक बाय,
ठीक बाय, उहां से सबे लोगर,
ठीक बाय, ठीक बाय, उहां से सबे लोगर,
खाली काल दीहे, तोड़ी ता दवाय हा,
तवाय हा,
चला कर गाय,
तोड़ाय हा,
तोड़ाय हा,
बाबा काल काल भलाय हा,
भलाय हा,
मेरो के दैवतु ठीक भाय हो,
ठीक भाय हो,
बढ़ा लेको होच,
माने आला हा,
आला हा,
मेरो के दैवतु ठीक भाय हो,
ठीक भाय हा,
बाबा काल काल भलाय हा,
तोड़ी ता दवाय हा,
तोड़ाय हा,
चला कर गाय,
तोड़ाय हा,
तोड़ाय हा,
यह तो बढ़ा जोल्ड़ी ठीक ही आ गए,
गोड़ो जुड़ती लगा उड़ती,
तो हमारा बुरी ओह हरी आदा जाते,