ए राजा कारब नाचाऊ का चुलिया
ए राजा कारब नाचाऊ का चुलिया
कि नाना दी ताना मारेली
ए राजा कारब नाचाऊ का चुलिया
ना चाऊँ का तुलिया ना ना दी बोलिया बोले ली
जब से लैला करा के गवाना
रोजे रोजे मारे ली तना
रोजे रोजे मारे ली तना
मनावा बढ़ेला जैसे बुलबुलिया
मनावा बढ़ेला जैसे बुलबुलिया
ना ना दी बोलिया बोले ली
राजा कारब ना चाऊँ का तुलिया
ना ना दी बोलिया बोले ली
पिलिया पंकज सचीने तू सूना
आपन बाहिन या हम के चूना
नाही मचावे हो घर गुलिया
नाना दी बोलिया बोले ली
ए राजा कर अपना चाउ का चुलिया
नाना दी बोलिया बोले ली
ए राजा कर अपना चुलिया