नुदी दीबोरू काखे जुगाओर की रिती
खेओज बागी सामाजे ग्यान और पिठीबी भाई
दिनी
ओनूपम ओइ नितम बाजे
मधुल गुञ्जन कीरितम दखम
खोथा बाखोते जिवन फुली तुलोकीत पुरुती मने खुतु हुली इ बुधी दोगरी
बाधुले माते हारी खारी ना
हरारे देख
ओइ गर्माबी आबेख हारी खारी ना हरारे देख
ओइ जाकता हीनी अलेक नदी
दीबोरू काखे
जुगाओर की रिती
जुझ पागी समझे गयालों
पित्थी भी
देखे देखे न दोर्खा कुझ गाथी धाराजीली काओ
बधी दी क्यो होई
खाखा अउनेली
खेउजी बुलाओ
येइ पुहार महा बाहुर
उणुभोबे पाते
खारी खारी ना हरा रे दे
रज्ञार मादी आबे
खारी खारी ना हरा रे दे ओई जाकता हीनी अलेक
गाननर रितु गण
उझले उतीर रकर खाथी तम अरुपीत येइ गान सरंशुमी
सनधीत
गुरी मारे भावन तुमी
एउदार पढ़ाखारी तुमाले लमान