अजय को अजय को अजय कोअजय कोअजय कोअजय कोअजय कोअजय कोअजय कोतेरी अमोजा साड़ी सूरते आप मिलाईसाडी सोरतें आप मिलाई बनसी काना चरच बजाईबनसी सब कोई सुने सुनावे अर्थे इसका कोई विरला पावेजो कोई अनहत की सर्पावे होहो हो होहो होजो पई अनहच की सर पावे सो बंसी का संदाईबंसी का संदाईबंसी का नाचरच बजाईकहाँ अचरच बजाईबंसी का नाचरच बजाईबुला मुझे पैन सकरादबुला मुझे पैन सकरादवुहे आण खलो दे यादरखी कल में नाल रियाररखी कल में नाल रियारतेरी हदरत बरे गवाई बनसी काना चरच बजाईकान आजर जी बजाई बनसी काना चरच बजाई