कैसे तू कुणकनाई उसकुडाई उसकुडाई नारानिया
कैसे
कैसे तू
कैसे तू मंगणाए उसकुडाई छूटी मोटी लाथ पे मप्हुलाई ये नज़ा कर पेरी आकर पास मुझे लाए
नारानिया नारानिया खीचे लजे नारानिया नारानिया नारानिया पागल करे तेरी हर लगा
शांसवा मैं तेरी याद करूँ
तेरी ख्यालों से मैं बात करूँ
तेरे नजर में कैसा नशान
तेरी आवाज में कैसा सुकूर
आजा पास मेरे लिखें सो कहानियां
तो जो साथ मेरे लग जहाँ पालियां
तेरी सांसों में बीते हर पल मेरा
तेरे आँखों में देखों हर कल मेरा
कभी हुना नहीं दूर और जाने जाओ
जरा पास दूआ फिर से रहा
सखे सारे इशारों आदि
पे बस तेरा ही माने है
कैसे तू बंग राएं, मुस्कुराएं
छिटी मुड़ी बात अपे मुझ रुलाएं
ये नजा कर, मेरी आपकर पास मुझे लाएं
नादानिया, नादानिया
खीचे लजे, नादानिया
नादानिया, नादानिया
आग गए, बिड़ी हर रदा