हाँ मरता दुख में कटाता तू बतावा सोखिया पंसा मच्चा
तो घर के कनिया छोड़ी ना छोड़ी यहाँ बहा मरता भातार
गहाना गुरिया बेचे के सब दे दे ले बाव करे के सारा रुपाई
तोनी को ना चाव साखी राखो तावे हमारा पे लुटावे सब
कमाईया किसमत बहा मारे फूट तल सक्शी करो जरल बढ़ियार
तो घर के कनिया छोड़ी ना छोड़ी यहाँ बहा मरता भातार
तो घर के कनिया छोड़ी ना छोड़ी यहाँ बहा मरता भातार
का कोई सखी अब हम ओकर ओर हनिया के का बाह पईये
ओकर फेरा में सखी रोहताब हर दमरे उरवे सब रुपईये
पंजट के संघत उधाईले वा सखी भीपत उठल बड़ियर
तगहर के गनिया छोड़ी न चलिया बहा मारता भातर
तगहर के गनिया छोड़ी न चलिया बहा
मारता भातर