राम की दुन में जो खो जाता नहीं है
ओ जीव कहीं भी चैन कभी पाता नहीं है
सिया राम की दुन में जो खो जाता नहीं है
ओ जीव कहीं भी चैन कभी पाता नहीं है
नाम सिया राम जपने अभी से
नाम सिया राम जपने अभी से
नाम सियाराम जपने अधी से
सियाराम शरन लेने जो आता नहीं है
वो जीव सुखी होकर रह पाता नहीं है
नाम सियाराम जपने अधी से
सियाराम की दुन में जो खो जाता नहीं है
वो जीव कहीं भी चैन रभी पाता नहीं है
नाम सियाराम जपने अधी से
सियाराम जपने अधी से
भसरत्थ जीने देह छोड दिया
पल में ही जग से रिश्टा तोड दिया
रिश्टा तोड दिया
दुखून की तरा कोई सह पाता नहीं है
दुखून की तरा कोई सह पाता नहीं है
वो जीव कहीं भी चैन रभी पाता नहीं है
कभी पाता नहीं है नाम सियाराम जप ले अभी से
सियाराम शरण ले ले जो आता नहीं है
वो जीव सुखी होकर रह पाता नहीं है
नाम सियाराम जप ले अभी से
सियाराम जप ले ले जो आता नहीं है