अच्छो के सुभान लग गए जरूर पता लगे आशिव करते हैं
अल्ला सलामत रखे
इसे पंजापी कलाम दे नाल एक कर दे हो याए
हाँ
हाँ
हाँ
हाँ
एफन मैं इसके बेचे
सुभान लग गए
भाई जी कलाम पढ़ते दे ना
पता नहीं एक कलाम दे एक शेर यादी हो गे शायद
भले बनदे जड़े बैठे ना आयत सुनन वास्ते नहीं
जड़ा सुनन वास्ते आयत सुभान लग गए जरूर
आयां
आयां सब नभियां चुन मेर नभीदां
मुझे तो मेरे तो
फर्मैश कीती हूँ एक शेर बड़ना गाँ
सब नभियां चुन
यह तो यहाँ है कि मेरी नभीदां सबत मकाम उठ जाये
सारे नभीयां में उठ जाये उन्हां हाँ तुछा होगे
सब नभियां चुन मेरे
नभीदां सजडां उठडा शान
नामने ता पड़कुरां
नामने ता पड़कुरां
आजम जिसे शिर है कोन देता है किसी को कोई महभूब अपना
हुन भी नहीं बोले हुन भी नहीं बोले
आजम आदा कौन देता है किसी को कोई महभूब अपना
जाने किस तरह यह किया है गवारा हक ने
जाने किस तरह यह किया है गवारा हक ने
नामने ता पड़कुरां
यह ना अलीनल प्यारे सवाला था किदर जी
पुछले कुट गोस कुतब अबदाल वली तू
जे कन कर सेंपाक अलीनू
बचणा नहीं ईमान नामने ते
पड़कुरां
आखरी शिर्जना ता
बड़ा कमाल न मिसरा
हाकिम दीव अल्ला बोले उम यार विलब नू खोले
आजाप भे फर्मान नामने ते पड़कुरां