ना मैंने खता की ना तुम बेवफा
तो क्यूं हो गई है ये दूरिया
ना मैंने कहा कुछ ना तुम ने सुना
तो क्यूं हो गई है ये दूरिया
बातों बातों में कहीं खो जाए
ना कभी हस दे ना कभी रो दे ना
कभी पासा ना मुझे तड़पा ना
तड़पा के तेरा जाना
बहुत यादा है तेरा या राना
बहुत यादा है तेरा या राना
आते हैं कभी, जाते हैं कभी, सपने तेरे रुलाते हैं कभी
सुनी से मेरी आँखों को, आंसुये दे जाते हैं कभी
खोई खोई सी, थोड़ी सोई सी, ये राते हैं मेरी रोई सी
रुकी रुकी सी, है ये जिन्दगी, एक बार तो आ जाना
बहुत यादा है, तेरा याराना
बहुत यादा है, तेरा याराना
ना मैंने खता की, ना तुम्हें
तुम्हें वफा, तो क्यों हो गई है, ये दूरियां
ना मैंने कहा कुछ, ना तुम्हें सुना
ना मैंने कहा कुछ, ना तुम्हें