आँ गैले पर्देस पलम्वाँ अब हूँ नाईले पूरा सजल्वाँ
उन बिन सूना सूना गनवा
आँ गैले पर्देस पलम्वाँ अब हूँ नाईले पूरा सजल्वाँ
उन बिन सूना सूना गनवाँ अब हूँ नाईले पूरा सजल्वाँ
उन बिन सूना सूना गनवाँ अब हूँ नाईले पूरा सूना
अस्राजो हे हमरो अखिया सैया विल्बा सूना रतिया
अस्राजो हे हमरो अखिया सैया विल्बा सूना रतिया
तोहर करनवात पिलंजियरा मन बट हमारों दास।
ना कोनो छीठी ना कोनो पत्री जवसे पियाँ परिवेस बसे।
ज़रिया जमासा जनवा धरिया जमसा।
कल्पे कंगना बाले बिन्दिया भाल समत्या नन्के निंदिया।
कल्पे कंगना बाले बिन्दिया भाल समत्या नन्के निदिया।
इक मिर घन के आगबा कितना गुझबो न कले हो दिले सुभो
न कोई चीठी न कोई पत्री जब से प्याँ परदे सम्बसे