खाल
शुरू कि बाली
सुनाओ कि वह नमर पहलो ़ह ओ जो
भैतर जो ना चिंता माहली गैर निंदु
अश्ली अ
अकुत अ
अ
अ
करता है जी तो मुझे निस्त्री आलाम किया तुर्वों का लेना जानी सुनाएं करता है का सिर्फ
है कि वह करमे के कार्यक्री क्वॉल्यों की रियल एको डालना लगे लेकिन नो weiter
देबा
जो कोम रहे
आपको नहीं आपको नहीं आता
मुष्टिका
मुष्टिका
मुष्टिका
मुष्टिका आपको मन्ज़ादी परनांची
परुखां सब्जी चिंता सुची मुझ
आपको नहीं आता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता
मुझ्ज़ादी परुखां सब्जी चिंता