क्रान, क्रान, क्रान धा, मुरली मनोहर कृष्ण कनया जमुना के तट पे विराजे हैं, जनननन, जननन, जननन, क्रान, क्रान, क्रान धा, क्रान, क्रान धा, मुरली मनोहर कृष्ण कनया जमुना के तट पे विराजे हैं, जनननन, जननन, मोर मुक्त सरकानों में कुंजल कर में,
मुरलीया, मुरलीया, मुरलीया तादे हैं, तादी, धी, तट, तादी, धी, तट कितने मेती दिखाई राधा, condition, condition, condition, condition, condition, condition, etc.
अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय को अजय क
राधा की शुम शुम शुम शुम चननननननन पर हाफ ही हाफ ही बजने लगगी बजने लगी बजने लगगी
नमबाता गुंगट काडलिया बंसी के दूओं पर जूब गई
बोली हटो नीला फिर हाथ चुड़ा कर बोली हटो अब जाओ डगरिया छोड़ दोरी
कहा कृष्ण ले सुपर एवर ना दूंगा गगरिया फोड़ तोरी
कर्चा या था सब कुछ भी शोखी पर कुछ बिगड़ी भी मुस्ताई भी
फिर पुछा कौन हो तुम क्या नाम है जी क्या काम है जी क्या काम है जी
हमें गोफ गुआला कहते हैं
और
कृष्ण दीशा
जया है नाम हमें नाम हमें
कोई नटवर गिरधर कहता है
कोई नटवर गिरधर कहता है
और कोई कहे घनशाम हमें
घनशाम नहीं तुम काले हो
धन शाम नहीं तुम काले हो
तुम लटखट हो मत वाले हो
दादी दादी धादी धादी धादी
पित चोर हो माखन चोर नहीं
पित चोर हो माखन चोर नहीं
तुक देन शतवाने वाले हो
धन शाम नहीं
धन शाम नहीं
उनको हाथ दिया और कृष्ण ने उनका साथ दिया
कुछ बात हुई, कुछ घात हुई
इतने में सूरज डूब गया, राधा की पायल जागूथी
दोनों में कला की रागूथी
धाधा तै कै धूँगा, धागे दे कै ता
धाधिन ता, धित्ता की ता तकचा
तूँगा, धागे ़िच्चा तका, तिच्चा क्चा ता
जड़ी ढिलाता, धेटा तत्य तत्य ता
धेटा तत्य तत्य, जड़ी तत्य भेवा भेवा
धाधा तकचा तूँगा, धागे बिच्चा ता
अब रैन को दीप समारे थे और नीत गगन पे तारे थे
रैन को दीप समारे थे और नीत गगन पे तारे थे
राधा को विदा के इशारे थे राधा ने आंचल बांद लिया
राधा को विदा के इशारे थे राधा ने आंचल बांद लिया