तुम नहीं हो पास तो
लगता है सब वीराना
हर पल ये सोचता हूं
कहां है गुम वो खाब सुहाना
तुम नहीं हो पास तो
लगता है सब वीराना
हर पल ये
सब वीराना
सोचता हूँ कहां है गुन वो खाब सुहाना
तेरे संग संग जो वक्त कटा कर लेता उसकी ही कदर
तुझे खबर क्या बेखबर कैसे कटे मेरा इक इक पल
रामा में वेख वेख रोवां चेती मुढ के तु आजा
रामा में वेख वेख रोवां चेती मुढ के तु आजा
रामा में वेख वेख रोवां चेती मुढ के तु आजा
सारे में दर्द बखावा चिती मुड़के तु आजा
कमली होई मैं हून कमली मैंनु हीर बनाजा
रामा मैं वेख वेख रौमा चिती मुड़के तु आजा
आखरी साहुन मेरा निनु मुखडा विखाजा
रामा मैं वेख वेख रौमा चिती मुड़के तु आजा
मोड़के तू आजा
करते हैं