नाचले हसके देश
दिलवा में धसके बहंगल से आई खा जाना है
मुखिया जी जन चोली खोली ना तसर पिया जरुमाना है
मुखिया जी जन चोली ना तसर पिया जरुमाना है
मुखिया जी जन चोली खोली ना तसर पिया जरुमाना है
मुखिया जी जन चोली ना तसर पिया जरुमाना है
बाबु साहेब घरे आये बराती करो नय ता ना अच्छो ना हो
दरोगा जी लेले बाडे राई फल करो नय ता ना अच्छो ना हो
रामु दिपो को दिहे पट़क तुफा ना आक्य बसो इखाजाना है
रामु दिपो को दिहे पटो तु फनवा के बसोई खाजाना है
मुख्या जी जन चोली खोली ना तो सहर पिया जरुमाना है