दिल में मेरे बस तू ही था
ना है अभी ना पहले कोई था
तुम से शुरू तुम पे खतम
तू मेरी मनजिल था मेरे सनम
मुझसे कैसी खता हो गई
जाने क्यूं तू जुदा हो गई
जाने क्यूं तू जुदा हो गई
मिल सके तो डूंड ले तू कोई और
मिल सके तो डूंड ले तू कोई और
मुझसे बैठर है तो डूंड ले कोई और
मुझसे बैठर है तो डूंड ले कोई और
साथ में कितने जचते हैं दोनों
तुमने कहा था ये कभी
तुम हो मेरे बस मेरे रहोगे
तुम सा ना आएगा कोई
जूठे थे वादे सारे जूठी थी कस्मे भी
संग जो निभाई जूठी सारी वो रस्मे थी
अभ दूआ है तुम किसी को ना मिलो
ना मिलो ना ही तुम उससे जूठे वादे करो
मुझसे बैठर है तो डूंड ले कोई और
मुझसे बैठर है तो डूंड ले कोई और
दूआ है तुम किसी को ना मिलो
हाथ फैला के खड़े हैं अभी भी
बाहों में भरना चाहोगे
बंद कर लूं आखें या सोझाओ
खाबों में आना चाहोगे
तुम सा पत्थर नहीं मैं सनम
मैं तेरा ही हूँ हर जनम
जाना चाहते हो तो जाओ छोड़कर
कुछ भी बाकी हो उसे भी तोड़कर
मैं भी जाता हूँ वो सपने तोड़कर
साथ में देखे जो तेरे रात भर
मुझसे बहतर है तो डूंड ले कोई और
मुझसे बहतर है तो डूंड ले कोई और
गए हो दूर तो आना यही होगा
मैं तुमही से प्यार करती थी तुमारा बहाना यही होगा
अब आ गए हो तो खुशियां लेते जाना
अगर कम पढ़ गए हो तर्द देना तो सनम देते जाना