जित कौलों खौले पूछीजी
लेपिदाऊ
जित गंजोना
दोचीजी दोठाऊ
तो
तफी मुतो प्रेमारे आगेले हे बेरे
जित जहाप पो निन्दा साही मोझे बेरे
तुम्हो भावर जमनर धारा संपर कर कुञ्जबना
तुम्हो प्रेमारे कदम्वर कुखो अभिसर ब्रुंदबना
कुज़द भावर जमनर धारा संपर कर कुञ्जबना
तुमो जीबोने कस्तूरी महा का चंदन रमा थुबना।
तुमो नयोने रही थाए मिती की बारती की बादिना।
तो तफी मुआ पेख्यारे तुपाई थेबीरे। तुपाई की हुदोयारे दुआर खोलीरे।