जो भीड़ पड़ी में काम आवे वो यार सही होसे
जो बिन बोले दिल की सुनले वो दिलदार सही होसे
बंदूक तोप तलवार ये रह जा धरी धराई रे
जो आवे टेम पे काम वो ही हतियार सही होसे
कुछ बात कहूँगा साची रे चहे लगो बुरी आठी रे
और चढ़ती काची बेल काट कदे तारा ना करते
बड़े का बोल्या खाती का छोल्या कदे खाली जाता ना
और बड़े शानां की बात ने कदे ना कारा ना करते
और खान दान के मानस की बहचान निराली हो
वे घर लाएं दुस्मन ने भी धुत कारा ना करते
बेईमान से
आँख जली ये हुसन पे टिक जासे
पर रहा चलती उहुर्यां पे दिल का देहारा ना करते
इश्क आश की करे बिना मैं जानू सर्ताना
जहां उठ बैठ हो
कदे आश की मारा ना करते
मैं जानू जलन हो जाया करे यारा की तरकी से
पर पीठ यार की होते खंजर मारा ना करते
कहे रहो तास गगसनिया रे पहचान जाने
जब टक न बने पहचान रे बंदे हारा ना करते