तारी ओकाद शुबी मोटी मारी मूच हैं
चोरा चूट को नी जड़ा ठूट हैं
बबो पेरू जी खड़ो है साथ मैं मारे मा बबो निराए पूत हैं
तारी ओकाद शुबी मोटी मारी मूच हैं
चोरा चूट को नी जड़ा ठूट हैं
बबो पेरू जी खड़ो है साथ मैं मारे मा बबो निराए पूत हैं
लाबी मूच देख चुरी शहरे आडी दूरी भागे मारा गाउं की गुला बुन आ मूच प्यारी लग रखे मूच लंबी
मारो बापू भी मारो बाई ताओ आईरे मारो काको भी मारा मूच कम रोड अर थापी जना जांग पे
आजा वै सवाद सो कसाल आडी खाट पे मा तप शापो सो आई अर लाटी सो आई हात मै जुक कोनी नाड चाहे बात आवे जान पे
हस मूक चेहरू पने बाता सारी डार्क तु करे अने हुनी तो मैं बनू तो नी स्टार्क चाहे जान जावे मारी जावा दू कोनी आन
एक चुट कीरा मैं करूँ खत्म खान दान थारो
डाजो भी देसी पर तु बढ़न बलाई थी
छोड़ कोल्ड कोपी आक चुल आड़ी चाई आपा
भाई हां भीरा वीरा आड़ी धरा शे
फेर बार आड़ी रिती न बोलो करां क्यूं
पण तू करा फरक जुटी और बूट
शू जाने ना मूच आड़ू मान इतिहास पड़ तू
तारी ओकाद शू भी मोटी मारी मूच है
छोड़ा क्यूट को नी जड़ा ठूट है
बाबो बेरुजी खड़यो है साथ मैं मारे मा
बहुआ नी राए पूत है
तारी ओकाद शू भी मोटी मारी मूच है
छोड़ा क्यूट को नी जड़ा ठूट है
बाबो बेरुजी खड़यो है साथ मैं मारे मा
बहुआ नी राए पूत है
बाबो बेरुजी खड़यो है