आपने
मुशामुप
मिलन जो
तू सिग्रो कर सायो,
मुभत तुझी मिठ्रा
बिल मुखे आर पसायो,
कशा लोके लो तुझे हां,
ओ मुखे पुरुब कराजो,
खड़स जतु आजायो,
वन गरजी गुलाम शबीर साथ,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
भरे भाकुरपा आई खिलतूं,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
मुखे तुझे मिलन जी आस अथम,
आइ नाजी प्यारा प्यास अथम,
मा तुझी जुदाईन संदुस,
मा तुझी जुदाईन संदुस,
सोकादार करेन राजुस,
सुन्दु रोजपियो मा पुछं जुस,
बतिराजम जोहान रलतूं, मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
भरे भाकुरपा आई खिलतूं,
भरे भाकुरपा आई खिलतूं, भरे भाकुरपा आई खिलतूं,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
भरे धार रहन माचातों मिले,
जजो यार अची पंजो पान पले,
चद रोज रुसनतूं राना,
करम बफितातूं माना, आइँ दरतूं जेत वेकाना,
मुसम्र के मिठा अची मिलतूं,
মকহতुझে मिलन জি আসতম।
আই দাধি পযারা পযাসতম।
मा तुझे जुदाईन संतुस।
मा तुझे जुदाईन संतुस।
शोकनधार करेन नारंद।
सुन्दु रोजपियो मा फुचगुस।
बतिरादुन जो अतिरलतुं,
मुसमर के मिठा अतिमिलतुं।
मुसमर के मिठा अतिमिलतुं,
बरे बाप पाइं खिलतुं।
बरे बाप पाइं खिलतुं।
बरे बाप पाइं खिलतुं।
मुसमर के मिठा अतिमिलतुं।
दावज़ कान सोलंगी काजेमन काँ।
सेठ तोतल मल काजेमन काँ। सेठ धर्म मल जी।
तो के धार दहन मा चातो मिले।
चड़ो यार अतिपन पान पले।
सद्रोजर सनतुं राना।
करम उब पितातुं माना।
आयु दरतुं जेत विकाना।
करमाख मुके जिता भुलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
बरे बाप रपा आईं खिलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
तोके सूप सदा सुन सारे थो।
दिक वेल न तोके विसारे थो।
विदे रुकडा तुम जाला है। भल जार रुसन में चाहे।
मजदाने दिहाने हलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
बरे बाप रपा आईं खिलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
तोके सूप सदा सुन सारे थो।
दिक वेल न तोके विसारे थो।
बस आसुरोतों में आहे।
विदे रुकडा तुम जाला है।
वला यार रुसन में चाहे। मजदाने दिहाने हलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
बरे बाप रपा आईं खिलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।
बरे बाप रपा आईं खिलतुं।
मुसमर के मिचा अचि मिलतुं।