बुकेते हात रेखे बलो,
बलो ना
आमाई की मने परेना
छोखेते छोख रेखे बलो,
बलो ना
आमाई की मने परेना
सम्माली परेना
चोखेते छोख रेखे बलो,
बलो ना
आमाई की मने परेना
कतो दिन पतरा
एबुके रेखे हा,
फोले छीले गुमी आर परो
ना
बुकेते हात रेखे बलो, बलो ना
आमाई की मने परेना
छोखेते छोख रेखे बलो, बलो ना आमाई की मने परेना
ततो दिनी गतो होलो देखी ना तुमारे जाद मुझ,
एका एका कादीयान
अपनी बाती आमी होईतो
शुनेछ तुम,
छेही तो तुमार
बलो शुन
खाराई जीवन चाइ ना
बुकेते हात रेखे बलो, बलो ना आमाई की मने परेना
खेते चोख रेखे बलो, बलो ना आमाई की मने परेना
शीतो बाके जतने,
सारा खान भावी आमी शे कथा जानो की तुम,
निश्च तुमी भिहने
बुकेरी
भीतरे आमी रेखेछी तुमाके जतकने,
खोख रेखे बलो, बलो ना आमाई की मने परेना
पतो दिन,
पतो राँ,
एबुखे रेखे हाँ,
बोले थीले तुमी आर कारोना
जोखेते जोखे रेखे बलो, बलो ना आमाई की मने परहेना